काँटों पर चलकर जिसने फूलों का आशियाना सजाया , शोलों पर चलकर जिसने हमें अंगारों की तपन काँटों पर चलकर जिसने फूलों का आशियाना सजाया , शोलों पर चलकर जिसने हमें अंगारो...
कुछ सुकूँ सा मिला, आज ये शब्द पढ़कर दिल को। कुछ सुकूँ सा मिला, आज ये शब्द पढ़कर दिल को।
आइ लव यूँ कहा आइ लव यूँ कहा
मुहब्बत करते हैं आपसे एतराम के साथ... मुहब्बत करते हैं आपसे एतराम के साथ...
हो कहीं छुप छुप के आहें भरना तेरी अदा तो नहीं तुझे चाहते रहना मेरी खता तो नहीं। हो कहीं छुप छुप के आहें भरना तेरी अदा तो नहीं तुझे चाहते रहना मेरी खता तो नही...
इश्क क्या है यह तो नहीं जानता... इश्क क्या है यह तो नहीं जानता...